मेरे प्यारे दोस्तों,
आज अपनी मां के जन्मदिवस पर आप सबसे अपने मन के भाव सांझा कर रही हूं ।

आज का दिन है कुछ खास,
मां को शुभकामनाएं देने का कर रहीं हूं प्रयास।
करना थोड़ा मुश्किल है,
क्योंकि वो मां का दिल है ।
उसी ने तो जन्म दिया,
उसी ने तो सक्षम किया ।
उसको क्या दे पाऊंगी,
उसके बिना कहां जाऊंगी ।
जिसने पग पग पर दिया है साथ,
कैसे मनाऊं उसकी वर्षगांठ ।
उस मां के आगे मैं हूं बहुत छोटी,
जिसकी हर सांस मेरे लिए है होती ।
समझौते ना जाने कितने किए होंगे,
मेरे लिए कितनी बार अश्रु बहे होंगे ।
मैंने बहुत सताया होगा,
कई बार रुलाया होगा ।
फिर भी चट्टान सी खड़ी होगी,
संकटों से भी ना डरी होगी ।
पूरी करने मेरी हर आस,
मां ही नहीं पिता बन कर चली है साथ ।
मेरे लेख भी उससे है, मेरी कविताएं भी,
मेरे शब्दों की प्रेरणा भी ।
मेरे वजूद में उसका एहसास,
उसी की दुआ ने बनाया मुझे खास ।
मेरे संस्कार ,मेरा व्यवहार देन है उसी की,
मेरी कला भी धरोहर है उसी की ।
ऐसी जननी को दूं कुछ खास,
जिसका हो कोमल एहसास,
यही है उस ‘विजय’ की ‘ऋतु’ का प्रयास !!

अति सुंदर
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Too deep amazing writing 😍
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Thanku dear,🥰
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हृदय स्पृशी
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Tusi great ho !!
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Thanku ji😘🥰
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